हड़ताल को सफल बनाने के लिए पैदल मार्च करते ट्रक ऑपरेटर वह अन्य।
सर्वोदय शांतिदूत ब्यूरो
साहिबाबाद । भाईचारा ऑल इंडिया ट्रक ऑपरेटर वेलफेयर एसोसिएशन के द्वारा 11 सूत्री मांगों को लेकर की गई आज ट्रकों की हड़ताल बेअसर रही। सड़क पर आम दिनों की तरह ट्रक चलते रहे । अधिकांश ट्रक आपरेटरों ने इस हड़ताल में रुचि नहीं दिखाई। कुछ लोगों ने जरूर अपने ट्रकों को रोड के किनारे खड़ा किया हुआ था, जिसे हड़ताल में शामिल माना जा सकता है ।
जानकारी के अनुसार भाईचारा ऑल इंडिया ट्रक ऑपरेटर वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले 11 सूत्री मांगों को लेकर आज से ट्रकों की अनिश्चित कालीन हड़ताल शुरू की गई थी, जिसका असर यूपी बॉर्डर ट्रांसपोर्ट नगर में आंशिक रहा। यहां के कुछ ट्रांसपोर्ट ने अपने अन्य कर्मचारियों के साथ मिलकर इस हड़ताल को लेकर एक पैदल मार्च निकाला ,जिसमें वे अपनी मांगों को लेकर नारे लगा रहे थे। इनकी प्रमुख मांगों में से एक 1 सितम्बर 2019 से लागू किए गए नए मोटर व्हीकल एक्ट को तत्काल निरस्त करने ,आयकर अधिनियम की धारा 44एई में अनुमानित आय 3 गुना बढ़ाई गई है, उसे वापस लेने, थर्ड पार्टी इंश्योरेंस राशि के बढ़े दामों को वापस लेने, बार्डर व रास्तों भर में आरटीओ, ट्रैफिक पुलिस तथा लोकल पुलिस द्वारा की जाने वाली खुली लूट को रोकने, डीजल के दाम को जीएसटी के दायरे में लाकर उसकी कीमत कम करने सहित 11 मांगे रखी गई है। इस मांगों को लेकर हालांकि आग ट्रक ऑपरेटर सहमत है लेकिन सहमति का असर इस हड़ताल पर देखने को नहीं मिला ।
यूपी बॉर्डर ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र से ट्रांसपोर्ट व्यवसाइयों ने अपने अन्य कर्मचारियों को साथ लेकर एक पैदल मार्च निकाला जो थाना साहिबाबाद पर ज्ञापन देने के साथ समाप्त हो गया। आज हड़ताल के बावजूद आम दिनों की तरह ट्रक चलते रहे। यूपी बॉर्डर पर कुछ ट्रकों को जीटी रोड पर एक साइड में खड़ा किया हुआ था, लेकिन इस तरह यहां ट्रकों का खड़ा होना कोई नई बात नहीं है। जीटी रोड पर माल लोड अन लोड कराने के कारण आने वाली दिक्कतों के कारण रोड साइड ट्रक खड़ा होना आम बात है। दूसरी ओर यूपी बॉर्डर ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन एंड ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सरदार मंजीत सिंह का कहना है ट्रक हड़ताल का असर तत्काल सामने नहीं आता है। कुछ दिनों के बाद इसके असर का पता चलता है।
फोटो कैप्शन- हड़ताल को सफल बनाने के लिए पैदल मार्च करते ट्रक ऑपरेटर वह अन्य।